भगवान विश्वकर्मा को निर्माण, कारीगरी, शिल्पकारी और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों का माना जाता है इष्ट : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भगवान विश्वकर्मा को निर्माण, कारीगरी, शिल्पकारी और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों का माना जाता है इष्ट : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री ने निवास स्थित तकनीकी कक्ष में किया भगवान विश्वकर्मा का पूजन-अर्चन

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सृष्टि के शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा जयंती पर मुख्यमंत्री निवास स्थित तकनीकी कक्ष में भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का सर्वोच्च वास्तुकार, यांत्रिकी विज्ञान और स्थापत्य वेद का निर्माता माना जाता है। भगवान विश्वकर्मा को निर्माण, कारीगारी, शिल्पकारी, इंजीनियरिंग आदि क्षेत्रों का इष्ट माना जाता है। वे मशीनरी एवं शिल्प उद्योगों के प्रमुख आराध्य हैं। गर्व का विषय है कि विश्वकर्मा समुदाय ने अपने श्रम और समर्पण से देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज का दिन बहुत पावन है। शिल्प शास्त्र के अधिष्ठाता भगवान विश्वकर्मा जी का पूजन दिवस है तो दूसरी तरफ ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि के देवता श्रीगणेश एवं श्रीहरि की स्तुति के लिए अनंत चतुर्दशी भी हम मना रहें है। मेरी यही प्रार्थना है कि प्रभु का आशीर्वाद सभी प्रदेशवासियों पर बना रहें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी का जन्म-दिवस भी है, जोस्किल इंडिया जैसे महत्वपूर्ण अभियानों से देश के करोड़ों युवाओं को आत्म-निर्भर बना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 13 हजार करोड़ रूपए की प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ किया था, जिसका उद्देश्य तकनीकी और शिल्पकारी से जुड़े विश्वकर्मा समाज के भाई-बहनों को आर्थिक समृद्धि की ओर ले जाना है। इस योजना से उन्हें अपने हुनर को और निखारने का अवसर मिल रहा है, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार विश्वकर्मा योजना के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है।

 

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