राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 87 साल की उम्र में निधन, लखनऊ के पीजीआई में ली अंतिम सांस

राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 87 साल की उम्र में निधन, लखनऊ के पीजीआई में ली अंतिम सांस

नई दिल्ली। राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन हो गया है। सत्येंद्र दास ने लखनऊ पीजीआई में 85 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। बता दें कि मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास को 3 फरवरी स्ट्रोक के बाद गंभीर हालत में लखनऊ पीजीआई के न्यूरोलॉजी वार्ड के HDU में भर्ती कराया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था और आज उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

जानकारी के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। आज सुबह 7 बजे बुधवार के दिन उन्होंने लखनऊ पीजीआई में अपनी आखिरी सांस ली। बता दें कि 3 फरवरी को उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था, दिसके बाद उन्हें अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया था। आज आचार्य सत्येंद्र दास का पार्थिव शरीर अयोध्या लाया जाएगा।

बता दें कि आचार्य सत्येंद्र दास का पार्थिव शरीर को उनके आश्रम सत्य धाम गोपाल मंदिर में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। सत्येंद्र दास 32 साल से रामजन्मभूमि में बतौर मुख्य पुजारी सेवा दे रहे थे। 6 दिसंबर, 1992 को बाबरी विध्वंस के समय वे रामलला को गोद में लेकर भागे थे।

जानकारी के अनुसार में 20 मई, 1945 में सत्येंद्र दास का जन्म संतकबीरनगर जिले में हुआ था। यह जिला अयोध्या से 98 किमी दूर है। सत्येंद्र दास बचपन से ही भक्ति भाव में रहते थे। सत्येंद्र दास के पिता का अक्सर अयोध्या में आना-जाना लगा रहता था। वह भी अपने पिता के साथ अयोध्या घूमने जाते थे। अयोध्या में उनके पिता अभिरामदास जी के आश्रम में आते थे। अपने पिता के साथ-साथ सत्येंद्र दास का आश्रम में आना-जाना शुरू हो गया।

बता दें कि राम जन्मभूमि में 22-23 दिसंबर 1949 में गर्भगृह में राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और सीता जी की मूर्तियों के प्रकट होने का दावा करने वाले अभिराम दास के आश्रम में रहने के लिए सत्येंद्र दास ने फैसला किया सत्येंद्र दास ने 1958 में घर छोड़ दिया। उनके परिवार में दो भाई और एक बहन थीं। बहन का निधन हो चुका है। जब सत्येंद्र दास ने जब अपने पिता को संन्यास लेने का फैसला सुनाया तो उनके पिता ने भी कोई आश्चर्य जाहिर नहीं किया। उनके पिता ने उन्हें आशीर्वाद दिया और कहा- मेरा एक बेटा घर संभालेगा और दूसरा रामलला की सेवा करेगा।

87 साल के सत्येंद्र दास बीते 34 साल से रामलला की सेवा कर रहे थे। वह अस्थायी टेंट से लेकर भव्य मंदिर में विराजमान होने तक रामलला के सेवक के तौर पर कार्य करते रहे। कुछ दिनों पहले ब्रेन स्ट्रोक के कारण तबीयत बिगड़ने के बाद लखनऊ के SGPGI के न्यूरोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था। वह हाई ब्लड प्रेशर और डायबीटिज से भी ग्रस्त थे। आचार्य सत्येंद्र दास के निधन को लेकर अस्पताल की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी श्री सत्येंद्र दास जी ने आज अंतिम सांस ली।

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