नई दिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से हिंदुओं पर अत्याचार और उनकी जान लेने का सिलसिला थम नहीं रहा। ताजा घटना बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले में हुई है। बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले के बासुदेवपुर गांव में हिंदू नेता भबेश चंद्र राय को कुछ लोगों ने इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई।
भबेश चंद्र राय बांग्लादेश पूजा उद्यापन परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष थे। बांग्लादेश के अखबार द डेली स्टार को भबेश चंद्र राय के परिजनों ने बताया कि हिंदू नेता को उनके गांव से बाइक पर सवार लोगों ने अगवा कर लिया। फिर जबरदस्त मारपीट की गई।
पुलिस और परिवार की मानें तो भाबेस चंद्र रॉय 58 साल के थे। वे दिनाजपुर के बसुदेबपुर गांव के रहने वाले थे। गुरुवार शाम को करीब 4.30 बजे रॉय की पत्नी शांतना के पास एक कॉल आया। कॉल के आधे घंटे बाद दो बाइक पर चार लोग आए और रॉय को घर से जबरन उठा ले गए। उन्हें पास के ही नाराबरी गांव ले जाया गया। उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। इस वजह से उनकी मौत हो गई।
बता दें, शुक्रवार को भारत ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर बांग्लादेशी अधिकारियों के बयान को नकार दिया है। भारत ने साथ ही बांग्लादेश को सलाह दी है कि वे अपने देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करें। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, रणधीर जायसवाल ने एक दिन पहले कहा कि हम पश्चिम बंगाल में हुई घटनाओं पर बांग्लादेश के बयानों को खारिज करते हैं।
दरअसल, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सेक्रेटरी शफीकुल आलम ने बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर टिप्पणी की थी। बांग्लादेशी अधिकारी ने भारत से अपील की थी कि मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।