इजरायल के युद्धकालीन मंत्रिमंडल में खींचतान, प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मंत्री को लगाई फटकार…

इजरायल के युद्धकालीन मंत्रिमंडल में खींचतान, प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मंत्री को लगाई फटकार…

इजरायल के एक शीर्ष कैबिनेट मंत्री के अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए रविवार को वाशिंगटन रवाना होने पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें फटकार लगाई।

एक इजरायली अधिकारी ने यह जानकारी दी। हमास के साथ युद्ध के लगभग पांच महीने बाद इजरायल की युद्धकालीन सरकार में यह बढ़ती खींचतान के संकेत है।

नेतन्याहू के मध्यमार्गी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बेनी गेंट्ज पिछले साल सात अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हमास के हमले के बाद युद्ध के शुरुआती दिनों में नेतन्याहू की सरकार में शामिल हुए थे।

उनकी अमेरिकी यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच गाजा में फलस्तीनी लोगों की पीड़ा को कम करने के तरीके पर गहरी असहमति है। 

मिस्र में गाजा संघर्ष विराम के लिए बातचीत चल रही थी, लेकिन इजरायली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि इजरायल ने कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा क्योंकि नेतन्याहू को दो सवालों पर हमास से जवाब नहीं मिला है।

इजरायली मीडिया के अनुसार, जीवित बंधकों और हमास द्वारा प्रत्येक बंधक के बदले में मांगे जाने वाले फलस्तीनी कैदियों की संख्या की एक सूची है।

अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों को उम्मीद है कि 10 मार्च के आसपास मुस्लिमों का पवित्र महीना रमजान शुरू होने से पहले कोई समझौता हो जाएगा।

पिछले सप्ताह ट्रकों से खाना लेने की कोशिश कर रहे दर्जनों फलस्तीनियों के मारे जाने के बाद शनिवार को अमेरिका ने गाजा में हवाई मार्ग से राहत सामग्री गिराई।

नेतन्याहू के कट्टरपंथियों के बाहुल्य वाले मंत्रिमंडल के कारण क्षेत्र में अमेरिकी प्राथमिकताएं तेजी से बाधित हो रही हैं। 

नेतन्याहू सरकार में कट्टर राष्ट्रवादियों का प्रभुत्व है। गेंट्ज की अधिक उदार पार्टी कभी-कभी नेतन्याहू के कट्टर सहयोगियों के मद्देनजर संतुलन बनाने का कार्य करती है।

नेतन्याहू की लिकुड पार्टी के एक अधिकारी ने कहा कि गेंट्ज की यात्रा इजरायली प्रधानमंत्री की अनुमति के बिना हो रही है।

उन्होंने कहा कि नेतन्याहू ने यात्रा के बारे में गेंट्ज के साथ ‘कठोर’ शब्दों में बातचीत की और उन्हें बताया कि देश में ‘सिर्फ एक प्रधानमंत्री’ है। एक इजरायली अधिकारी ने कहा कि गेंट्ज ने नेतन्याहू को अमेरिका की यात्रा करने और उनके साथ संदेश साझा करने के अपने इरादे के बारे में सूचित किया था। 

अधिकारी ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य वाशिंगटन के साथ संबंधों को मजबूत करना, इजरायल के जमीनी अभियान के लिए समर्थन मांगना और गाजा में बंधक बनाकर रखे गए इजरायलियों की रिहाई पर जोर देना है।

गेंट्ज की ‘नेशनल यूनिटी पार्टी’ के अनुसार वह अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से मुलाकात करेंगे।

नेतन्याहू की सरकार अति-रूढ़िवादी यहूदियों की सैन्य भर्ती को व्यापक बनाने के लिए एक नए विधेयक को लेकर अदालत के आए आदेश से भी परेशान है जिनमें से कई को धार्मिक अध्ययन करने की छूट दी गई है।

सात अक्टूबर से अब तक सैकड़ों इजरायली सैनिक मारे जा चुके हैं, और सेना सैनिकों की भर्ती करने की कोशिश कर रही है।

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